बिहार बोर्ड के परीक्षा के प्रथम दिन ही 97 छात्र निष्कासित…

बिहार बोर्ड मे फिर से नकल करने की कोशिश की जा रही है. सरकार के  तरफ से पूरा ध्यान दिया जा रहा है.

राज्यभर में पहले दिन परीक्षा शांतिपूर्ण रही। सख्ती के चलते सभी जिलों में नकलचियों की शामत रही। राज्यभर के परीक्षा केंद्रों से 97 नकलचियों को निष्कासित किया गया। सबसे ज्यादा सारण से 15 और गया से 14 नकलची धराए।

राज्यभर के 1384 केंद्रों पर परीक्षा ली गई। कदाचार मुक्त परीक्षा की झलक प्रदेशभर में दिखी। केंद्रों पर पुलिस की चुस्ती दिखी। सीसी टीवी और वीडियोग्राफी से भी नजर रखी जा रही थी। नवादा में प्रश्नपत्र वायरल को छोड़ दिया जाए तो शिक्षा माफियाओं की एक भी नहीं चली। पुलिस की सख्ती के कारण परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई नहीं भटका। पहली पाली में 10 से एक बजे तक तो दूसरी पाली दो से साढ़े पांच बजे तक परीक्षा ली गयी। पहले दिन पहली पाली में जीव विज्ञान और इंटरप्रेन्योरशिप तथा दूसरी पाली में दर्शनशास्त्र व राष्ट्रभाषा हिन्दी की परीक्षा हुई।

इंटर परीक्षा के दूसरे दिन बुधवार को प्रथम पाली में कला संकाय के भाषा विषय की परीक्षा ली जाएगी। वहीं दूसरी पाली में कंप्यूटर साइंस, मल्टीमीडिया और फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा है।

पिंक पोलिंग बूथ की तर्ज पर पिंक परीक्षा केंद्र : पिंक पोलिंग बूथ की तर्ज पर ही कई जिलों में पिंक परीक्षा केंद्र यानी आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गए। इसे खूबसूरत तरीके से सजाया गया था। सिर्फ छात्राओं के लिए ही आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। यहां वीक्षक से लेकर केंद्राधीक्षक तक सभी महिलाएं ही दिखीं।

केन्द्र में जाने से पहले हुई जांच :परीक्षार्थियों को जांच के बाद ही परीक्षा केन्द्रों में जाने की इजाजत दी गयी। गेट पर ही मजिस्ट्रेट की देखरेख में चिट-पुर्जे व मोबाइल की तलाशी ली गयी। जिन छात्रों के पास चिट-पुर्जे मिले, उन्हें अगली बार ऐसी गलती नहीं करने की चेतावनी भी दी गयी। प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया।

सारण के मढ़ौरा में टेंट में हुई परीक्षा : राज्यभर के परीक्षा केंद्रों से 97 नकलचियों को निष्कासित किया गया। सबसे ज्यादा सारण से 15 और गया से 14 नकलची धराए। पटना से एक नकलची धराया। बेगूसराय में 6 नकलची निष्कासित हुए। बक्सर में सख्ती के साथ परीक्षा शुरू हुई। परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद ही केंद्र पर प्रवेश दिया गया। भभुआ में एक छात्रा निष्कासित हुई जबकि 45 अनुपस्थित रहे। सारण के मढ़ौरा के एक केंद्र पर टेंट में परीक्षा ली गई। औरंगाबाद में कदाचार के आरोप में पहली पाली की परीक्षा में 8 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। नालंदा में पांच नकलची तो शेखपुरा से तीन नकलची पकड़े गए। नवादा में पहले दिन की परीक्षा में 11 छात्राएं निष्कासित की गईं।
तीन फर्जी छात्र धराए : बेगूसराय, मधुबनी और सहरसा में एक-एक फर्जी छात्र धराए। प्रथम पाली की  परीक्षा के दौरान बेगूसराय के सर्वोदय उच्च विद्यालय शाहपुर से एक फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार हुआ।

दो वीक्षक पर हुई एफआईआर : वैशाली और बेगूसराय से एक-एक वीक्षक के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गई है। ये नकल कराते पकड़े गए थे। वहीं, बिहारशरीफ के अल्लामा इकबाल कॉलेज में एक वीक्षक के पास से पांच मोबाइल बरामद किए गए। सेंटर के अंदर चिट-पुर्जा बरामद होने पर नालंदा कॉलेजिएट हाईस्कूल के दो वीक्षकों पर कार्रवाई की गयी। दीपनगर के नालंदा महिला टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के निरीक्षण के दौरान डीएम एक वीडियोग्राफर के पास मोबाइल देखकर भड़क गए। नवादा में भी डीएम ने एक परीक्षा केंद्र से वीडियोग्राफी की ड्यूटी पर तैनात एक कैमरामैन को संदेह के आधार पर गिरफ्तार भी कराया।

बायोलॉजी का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल

पहली पाली में जीव विज्ञान की परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही प्रश्नपत्र वायरल हो गया। आरोप है कि प्रश्न पढ़ने के लिए दिए गए अतिरिक्त समय में ही प्रश्नपत्र वायरल हो गया। धीरे-धीरे यह पूरे राज्य में फैल गया। नवादा से प्रश्नपत्र वायरल होने की सूचना फैलते ही प्रशासन सक्रिय हो गया। परीक्षा के बाद निकले परीक्षार्थियों ने प्रश्नपत्र को हूबहू करार दिया। नवादा डीएम और एसएसपी ने भी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वीकार किया कि किसी शरारती तत्व ने प्रश्नपत्र वायरल किया है। इसकी जांच की जा रही है।

परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। सख्ती के कारण कई नकलची पकड़े गए हैं। नवादा में परीक्षा शुरू होने के बाद प्रश्नपत्र वायरल हुआ। इस कारण यह लीक नहीं है। डीएम, पुलिस अधीक्षक और डीईओ इसकी जांच कर रहे हैं। परीक्षा रद्द नहीं की जायेगी। लेकिन मामले की जांच में केंद्र या केंद्राधीक्षक की संलिप्तता पायी गयी तो कार्रवाई होगी।

 

 

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